वर्ष में दो बार प्रत्यक्ष नवरात्रि और दो बार गुप्त नवरात्रि आते हैं | इन नवरात्रियों में देवी दुर्गा की प्रसन्नता के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ नौ दिन तक शास्त्रों में विहित बताया गया है | नवरात्रि के प्रत्येक दिन देवी के एक स्वरूप का पूजन, दुर्गा सप्तशती का एक पाठ और नवार्ण मन्त्र का जप किया जाता है | नौ दिनों के अन्त में देवी के लिए हवन, ब्राह्मण भोजन और दान इत्यादि किया जाता है | यजमान को सपत्नीक एवं बंधु-बांधव सहित यह नौ दिन चलने वाली पूजा कराने से देवी भगवती की विशेष कृपा प्राप्त होती है और धन-धान्यादि, पुत्र-पौत्र लाभ और स्वास्थ्य में लाभ प्राप्त होता है ऐसा शास्त्रोल्लिखित है |
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पूजा का प्रकार : नवचण्डी पाठ (दुर्गा सप्तशती)
पूजा में समय : नौ दिन तक प्रत्येक दिन 3-5 घंटे
पूजा : देवी दुर्गा की प्रतिदिन षोडशोपचार पूजा, दुर्गा सप्तशती का पाठ, नवार्ण मन्त्र का जप और अन्त में हवन
पुरोहित : 1 द्विज
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